Description
शास्त्रीय संगीत की साधना अनवरत, अनभिज्ञ व कठिन मार्ग पर की गई यात्रा है। पूर्ण जीवनाहुति व संघर्ष के पश्चात कलाकार कह पाता है कि कुछ अनुभव हुआ परन्तु यह भी मानता है कि यात्रा बाकी है। संगीतज्ञों का व्यक्तित्व एवं कृतित्व हर दृष्टिकोण से प्रेरणा का विपुल भंडार है। किस कलाकार ने जीवन के किस मोड़ पर कैसे निर्णय लिए या उनके अनुभवों से उन्हें क्या शिक्षा मिली, यह विद्यार्थियों के लिए अध्ययन का विषय है। सभी दिग्गजों ने अपनी कला, दक्षता एवं व्यक्तित्व से अपनी पहचान बनाई है। इस व्यक्तित्व निर्मिती का समय दीर्घ एवं कष्टदायी होता है। यह भी सर्वथा सत्य है। व्यक्तित्व की विशेषताएँ, जो किसी भी कलाकार को अनूठा व अद्वितीय बनाती हैं, औरों से अलग करती हैं, उन्हें समझने का प्रयास इस पुस्तक में किया गया है। हर विद्यार्थी अपने जीवन में ऐसे अनन्य व्यक्तित्व को पाने की लालसा रखता है। प्रयास सभी करते हैं परन्तु वे विरले होते हैं सफलता जिनके कदम चूमती है। यह पुस्तक संगीत साधकों के लिए दिशा निर्देश की भावना से किया गया एक प्रयत्न है। आशा है, इसमें वर्णित संगीतकारों के अनुभवों व तथ्यों के आधार पर भावी पीढ़ी के नवोदित कलाकारों का उत्साहवर्धन होगा।
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