Description
यह एक महाकाव्य है, जिसमें बुद्ध के सिद्धान्त और जीवन-वृत्तान्त हैं। यह एक उत्तम काव्य है, कलाकार की कृति है। इसमें विषय का प्रतिपादन सुन्दर और सुव्यवस्थित ढ़ग से हुआ है। दृश्य वर्णन सजीव और प्रभावोत्पादक है। इससे भी बढ़कर इसमें सन्मार्ग से भटके हुए लोगों के लिए कल्याणकारी संदेश है। कवि के शब्दों में ही “मनुष्यों के हित व सुख के लिए, न कि विद्वत्ता या काव्य-कौशल दिखाने के लिए यह काव्य रचा गया”। निस्सन्देह यह ग्रन्थ धन के पीछे उन्मत्त जगत् के लिए औषधि है, विषय-सेवन के चिन्तन से आकुल लोगों के लिए सदुपदेश है और तृष्णा से दग्ध-संसार के लिए से संतोष-जल का झरना है। वास्तव में संस्कृत या पालि में बुद्ध की ऐसी सुन्दर जीवनी दूसरी देखने में नहीं आती। किसी भी भारतीय भाषा में बुद्धचरित का यह प्रथम अनुवाद है।
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